> Arjun or uski chalak khala Hindi story muh

Arjun ki kahani-


1 गाँव में एक अर्जुन नाम का लड़का रहता था वह
 गांव में अपनी खाला जी के पास रहता था क्योकि जब अर्जुन छोटा था तभी उसकी मा ओर बाबा का निधन हो गया था जिस वजह से वह अपनी खाला के पास रहता था।

 अर्जुन की खाला अर्जुन पर बहुत जुल्म करती थी वो उससे बहुत से काम कराती ओर उससे पेट भर खाने को भी नहो देती।

इस सब से अर्जुन बहुत परेशान रहता ।
इस सब  के बाद भी अर्जुन अपनी खाला से बहुत प्यार करता ओर उनकी किसी भी बात का ज्याद बुरा नही मानता।





अर्जुन को नही मिलती खाने को रोटी!!


अर्जुन की खाला बहुत लालची थी उन्होंने अर्जुन को  बचपन में ही काम पर लगा दिया अब अर्जुन 18 साल का हो गया था ओर उसे अपने ऊपर हो रहे अत्यचार की आदत भी हो गई थी 

अर्जुन की खाला
अर्जुन को काम पर जाने के लिए सिर्फ तीन ही रोटियां दिया करती थी जो उसे 1 सुबह 1 दोपहर ओर 1 शाम को खानी होती थी जिससे अर्जुन की भूक मिटना बहुत मुश्किल रहती थी काम पर भी अर्जुन का सब मजाक उड़ाया करते ।

बेचारा अर्जुन अब करे तो करे किया।



Must read-







अर्जुन की खाला ने करनी चाही अर्जुन की शादी!!


अर्जुन की खाला चालक तो बहुत थी तो उन्होंने अपने शातिर दिमाग से सोचा क्यों ना अर्जुन की शादी करा दी जाए उन्होंने सोचा घर में बहु आएगी जिससे मुझे घर का काम नही करना पड़ेगा ओर घर में थोड़ा समान भी आ जायगा बहु के साथ ही। 

खाला अर्जुन की शादी को लेकर अर्जुन से बात करती है अर्जुन अभी शादी के लिए माना कर देता है।


अर्जुन कहता है " अभी मेरी उम्मर शादी की नही है मुझे अभी थोड़ा आगे बढ़ना चाहता हु ओर हाँ खाला जान में आपकी ही पसंद से शादी करुगा जिससे आप बोलोगी। "

खाला हर रोज अर्जुन से शादी के लिए कहती लेकिन अर्जुन उनकी बात ताल देता खाला को बहुत गुस्सा आता वो हर बार अपना गुस्सा पे जाती क्योंकि वो जानती थी अगर उन्होंने जयदा जबरदस्ती की अर्जुन के साथ तो वो उन्हें छोड़कर चला जाएगा।



खाला ने बड़ाई  अर्जुन पर शक्तियां!!


अर्जुन की खाला को अर्जुन की शादी कैसे न कैसे करकर किसी अछि ओर अमीर लड़की से करनी थी ओर अर्जुन उनकी बात नही मान रहा था। खाला ने अर्जुन के खाने में ओर कटौती करनी शुरू करदी
उन्होंने उसकी सब्जी में कभी नामक तेज़ कर देती तो कभी सब्जी ओर रोटियों को जला देती उनका व्यवहार ओर ज्यादा बुरा होता जा रहा था इस सब से अर्जुन इतना ज्यादा परेशान हुआ उसने   खाला से अलग होने का फैसला करना पड़ा।
अब वो 1 झोपड़ी में अकेला रहता पर वह थोड़ी शांति थी।



अर्जुन की मिली कुछ परिया!!


अर्जुन अपनी झोपड़ी में अकेले रहने लगा उसे खाने की ओर परेशानी होने लगी पहले तो अर्जुन को खाने को 3 रोटियां जैसे तैसे मिल जाती थी 
पर अब उसे ज्यादा time तक भूका ही रहता पड़ता है  


एक दिन अर्जुन एक कुँए के किनारे बैठा होता है उसे बहुत तेज़ भूक लगी होती है  लेकिन उसके पास न कुछ पैसे होते है ओर न ही कुछ खाने पीने का वो चुप चाप भूका उस कुँए पर बैठा रहता ओर रोने लगता है

 अर्जुन को रोता देख कुछ परिया उस कुँए से निकल कर बाहर अर्जुन के पास आती है अर्जुन परियो को देखकर  थोड़ा घबरा जाता है परिया अर्जुन के पास आती है। ओर कहती है हम जानते है तुम क्यों परेशान हो!


अर्जुन कहता है बताओ में क्यों परेशान हु नम आंखों के साथ पूछता है। परिया कहती है हम जानते है तुम भूखे हो ओर तुम अपने छोटे से झोपड़े में अकेले रहते हो। अर्जुन हल्के से सर हिलाता है।


परिया कहती है तुम चाहो तो हम तुम्हारी मदद कर सकते है परिया अर्जुन को एक पातीला देती है अर्जुन कहता है 
इस पतीले का में किया करूँगा।


परिया - "ये कोई साधारण पतीला नही बल्कि एक जादुई पतीला है इस पतीले से जो तुम कहोगे की पतीला पतीला ये बना वही जादुई खाना ये जादुई पतीला तुम्हे तुरंत बनाकर दे देगा"।

अर्जुन पतीला ले जाकर  अपने घर उस पतीले से कह कर नई नई तरह के पकवान बनवाकर खाता।

ओर साथ ही अपनी खाला के घर भी भेजने लगा।
खाला ये सब देखकर जलने लगी ओर इन्होंने सोचा अब पता करना पड़ेगा आखिर माजरा किया है रात को खाला अर्जुन की झोपड़ी में जाती वह वो देखती  हर जगह पर उन्हें वहा कुछ नही मिलता तभी खाला की नज़र उसी भगोने में पड़ती। 

खाला कुछ देर सोचती है फिर वो इस पतीले को खोलकर देखती है तो पतीले में स्वदिष्ट पकवान होते है  खाला को किसी तरह समझ आ जाता है यही वो चीज है जिसकी तलाश करते हुए में यह आयी हु।
ओर खाला उस जादुई भोगने को लेकर वह से चुप चाप चली जाती है।


 सुबह जब अर्जुन उठता है तो उसका पतीला उसे वहा नही दिखता जहा उसने कल रात रखा था अर्जुन रोने लगता है ओर रोते रोते उसी कुँए पर जाता है जहा उसे परिया मिली थी

 परिया अर्जुन को रोता देखा कुँए से बाहर आती है ओर पूछती है किया हुआ अर्जुन तुम रो क्यो रहे हो?

 अर्जुन सारि बात बताता है अर्जुन को परिया चुप करती हुई कहती है निराश मटी हो अर्जुन ओर उसे एक मुर्गी देती है ।

 अर्जुन मुर्गी को देखकर कहता है। मुर्गी?


 परिया उसे कहती है के भी कोई साधारण मुर्गी नही बल्कि चमत्कारी अंडा देने वाली मुर्गी है।
 जिसमे से तुम्हे अलग अलग तरह के पकवान खाने को मिलेंगे ।

 अर्जुन फर से बहुत खुश होता है इस बार की खुशी पतीले मिलने की खुशी से भी जयदा होती है खुशी खुशी में अर्जुन उस मुर्गी को लेकर अपनी खाला के घर जाता है 

Khalaभी मुर्गी को देखकर बहुत खुश होती है ओर मन ही मन सोचती है आज रात में इसे भी चुरा लुंगी अर्जुन घर चला जाता है रात को खाला अर्जुन की उसी झोपड़े में जाती है जहा अर्जुन रहता है ओर वह से अर्जुन की मुर्गी चोरी करके अपने साथ ले आती है।


 अर्जुन सुबह उठकर फिर  परियो के पास जाता है
ओर इस बार वो परियो को खुद आवाज़ देकर बुलाता है। ओर अपनी सारि परेशानी परियो को बताता है 
परिया कहती है ओ चिंता मत करो ओर ये लो बकरी 

अर्जुन पूछता है इसकी कोई खासियत?

परिया बताती है ये भी कोई साधारण बकरी नही बल्कि ये एक  जादुई बकरी है  इसके दूध को किसी बर्तन में करकर जो भी wish मांगोगे जरूर पूरी होगी। उये सब सुनकर अर्जुन बकरी लेकर अपनी खाला के पास जाता है । खाला को अर्जुन सारि बात बताता है खाला बहुत खुश हो जाती है उसी रात को अर्जुन की खाला अर्जुन की उस चमत्कारी बकरी को भी चुरा लेटी है।


 अर्जुन सुबह उठकर परेशान होते हुए फर कुँए पर जाता है परिया बुरी तरह गुस्सा हो जाती है परियो के गुस्सा होने पर अर्जुन रोने लगता है। परिया अर्जुन से पूछती है हमने तुम्हे जो कुछ भी दिया इसके बारे में तुमने किस किस को बताया तो अर्जुन कहता है मेने सिर्फ अपनी खाला जी को ही इस बारे में बताया है 


परिया सब समझ जाती है ओर इस बार वो फिर अर्जुन को कुछ देती  है ओर वो चीज एक डंडा होता है ओर साथ ही परिया किसी को भी इस के बारे में बताने से अर्जुन को मना कर देती है


 अर्जुन उस डंडे को लेजाकर जैसा परियो ने बताया थ वेसे ही आने दरवाज़े के पीछे रख देता है।
 ओर सो जाता है 
 खाला सोचती है पता नही आज अर्जुन किया लाया होगा उन परियो से  यही सोचते वो अर्जुन के घर जाती है ओर वह वो जब अंदर घुसती है तभी वो जादुई डंडा जादुई तरीके से अर्जुन की खाला को पीटने लगता है 

जिससे अर्जुन भी सोते हुए से उठ जाता है खाला को देखर अर्जुन बुरी तरह से चोक जाता है जादुई डंडा अर्जुन की खाला को मरते मारते उसी कुँए पर ले जाता है जहा परिया रहती थी  

ओर इस तरह से  सारि सचाई अर्जुन के सामने आ जाती है ओर अर्जुन को सारा समान भी वापस मिल जाता है।
दोस्तो केसी लगी आपको हमारी ये कहानी अपने दोस्तो के साथ शेयर करना बिल्कुल भी न भूलना जिससे ज्यादा से जयदा लोग इस कहानी को पढ़ सके।
धन्यवाद!!


Must read!!


Post a Comment

Hey guys!
If you any doubts lets me know
Thank you!

Previous Post Next Post